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Apr 24 2023, 11:58

महा विकास अघाडी गठबंधन को लेकर शरद पवार का बड़ा बयान,कहा-एमवीए कल हों या न हों, ये पता नहीं

#sharadpawaronmaharashtravikasaghadialliance

महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों हलचल बढ़ गई है।खासकर एनसीपी नेता अजित पवार के हालिया रुख से महाराष्ट्र का राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। इसे और बढ़ाने का काम किया हैएनसीपी चीफ शरद पवार ने। शरद पवार ने शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा गठबंधन के बारे में भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा है कि आज महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) में हैं, कल हों या न हों, ये पता नहीं। इसके बाद राजनीति गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है। 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस के बीच वाले अघाडी गठबंधन के भविष्य पर संकट दिख रहा है।पूर्व केंद्रीय मंद्री पवार ने रविवार को अमरावती में कहा, महाराष्ट्र में अघाड़ी है। हमारी इच्छा है कि हम साथ में काम करें, पर इच्छा से क्या होता है। आगे विधानसभा और लोकसभा चुनाव हैं। आगे अघाड़ी रहेगी या नहीं, इस पर चर्चा नहीं हुई।शरद पवार ने कहा, कई प्रक्रिया होती है। सीट बंटवारे का मुद्दा होता है। पार्टियों के विषय हैं तो अभी कैसे कह सकते हैं।

इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि वह महसूस करते हैं कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के तीनों घटकों शिवसेना, कांग्रेस, राकांपा को वर्ष 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ना चाहिए। हालांकि इस मुद्दे पर फैसला पार्टी और गठबंधन में शामिल घटकों के साथ बातचीत कर के ही लिया जाएगा।

संजय राउत ने कहा-महा विकास अघाड़ी रहेगी

वहीं, शरद पवार के बयान के बाद शिवसेना के उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा है कि अघाड़ी रहेगी और 2024 में हम साथ चुनाव लड़ेंगे। राउत ने कहा 'महा विकास अघाड़ी रहेगी। पवार साहब ने जो कहा है उस पर भी प्रयास किया जा रहा है। महाविकास अघाड़ी के प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे और शरद पवार हैं। 2024 का विधानसभा चुनाव महाविकास अघाड़ी के साथ लड़ेंगे। उसमें शरद पवार की भूमिका पहले भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी।

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Apr 24 2023, 11:17

अमित शाह पर ओवैसी का बड़ा हमला,पूछा-आप तेलंगाना के आम लोगों से नफरत क्यों करते हो?

#asaduddin_owaisi_attack_on_amit_shah

केंद्रीय मंत्री अमत शाह ने रविवार को तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनने पर मुसलमानों के लिए आरक्षण खत्म करने की बात कही थी। अमित शाह के इस बयान पर ऑल इंडिया मजीलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह पर पलटवार किया है।ओवैसी ने कहा कि भगवा पार्टी के पास तलंगाना में मुस्लिमों खिलाफ हेट स्पीच देने के अलावा कोई विजन नहीं है। 

ओवैसी ने अमित शाह को टैग करते हुए एक ट्वीट किया है। ओवैसी ने पूछा, "ये ओवैसी-ओवैसी का रोना कब तक चलेगा? खाली खट्टे डॉयलॉगां मारते रहते हैं। कभी तो रिकॉर्ड तोड़ महंगाई और बेरोजगारी की भी बात करो। तेलंगाना में प्रति व्यक्ति आय देश में सबसे अधिक है।"

ओवैसी ने आगे कहा कि मोदी पसमांदा मुस्लिमों तक पहुंचने की बात करते हैं। वहीं, शाह मुस्लिम आरक्षण हटाने की बात करते हैं। मुस्लिम विरोधी हेट स्पीच के अलावा बीजेपी के पास तेलंगाना के लिए कोई विजन नहीं है। वे केवल फर्जी मुठभेड़, हैदराबाद पर सर्जिकल स्ट्राइक, कर्फ्यू, बुलडोजर और अपराधियों को रिहा करने की बात करते हैं। आप तेलंगाना के लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? ओवैसी ने कहा कि अगर शाह एससी, एसटी और ओबीसी के लिए न्याय के बारे में गंभीर हैं, तो उन्हें 50 फीसदी कोटा सीमा को हटाने के लिए एक संवैधानिक संशोधन पेश करना चाहिए।

बता दें कि हैदराबाद के पास चेवेल्ला में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए, अमित शाह ने धर्म आधारित आरक्षणों को "असंवैधानिक" बताते हुए उनकी आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी तेलंगाना में सत्ता में आती है तो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े समुदायों को अधिकार प्रदान करते हुए 4 प्रतिशत मुस्लिम कोटा खत्म कर देगी। अमित शाह ने कहा, "यह अधिकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी का है। अपने भाषण में अमित शाह ने ओवैसी पर भी हमला करते हुए कहा, हम मजलिस (एआईएमआईएम) से नहीं डरते। तेलंगाना की सरकार आम लोगों के लिए होगी न कि ओवैसी के लिए।

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Apr 24 2023, 10:37

दिल्ली में “दंगल”, भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन फिर शुरू, बजरंग बोले- बृजभूषण की गिरफ्तारी के बाद ही उठेंगे

#wrestlers_protest_in_delhi_against_wfi_chief

भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है।दिल्ली के जंतर मंतर पर फिर भारतीय पहलवानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ रविवार दोपहर से जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। 7 महिला पहलवानों ने सिंह के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। पहलवानों ने कहा- 3 महीने हो गए, पर हमें न्याय नहीं मिला, इसलिए हम फिर से विरोध कर रहे हैं।बता दें कि इस साल की शुरुआत में भी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ और अन्य ट्रेनर्स के खिलाफ विरोध किया था।

हमारा सब्र जवाब दे चुका- बजरंग पुनिया

पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे। हमारा सब्र जवाब दे चुका है। जांच के लिए दो कमेटियां बनीं, लेकिन रिजल्ट कुछ नहीं आया। अब इस केस की सीबीआई जांच होनी चाहिए।वहीं, बजरंग पुनिया ने कहा, इस बार सभी दलों का हमारे धरने में शामिल होने के लिए स्वागत है, चाहे वह भाजपा, कांग्रेस, आप या कोई अन्य पार्टी हो। हम किसी भी पार्टी से संबद्ध नहीं हैं। बता दें कि पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी पार्टी के सदस्य को मंच पर नहीं आने दिया था।

सरकार की तरफ से नहीं मिल रहा कोई जवाब-विनेश फोगाट

वहीं, विनेश फोगट ने कहा, 'बार-बार कोशिश करने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। हम न्याय मिलने तक यहीं खाएंगे और सोएंगे। हम तीन महीने से खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और अन्य संबंधित प्राधिकरण से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। समिति के सदस्य हमें जवाब नहीं दे रहे हैं, खेल मंत्रालय ने भी हमें कुछ नहीं कहा, वे हमारा फोन भी नहीं उठाते। हमने देश के लिए पदक जीते हैं और इसके लिए अपना करियर दांव पर लगा दिया है।

जनवरी में भी किया था प्रदर्शन

इसी साल जनवरी में पहलवानों ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। ओलिंपिक एसोसिएशन और खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिए 2 कमेटियां बनाई थीं। खेल मंत्रालय ने 23 जनवरी को महान मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था और एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था। बाद में, रिपोर्ट सौंपने की समय सीमा दो सप्ताह बढ़ा दी और प्रदर्शनकारी पहलवानों की अपील पर बबीता फोगट को जांच पैनल में अपने छठे सदस्य के रूप में शामिल कर लिया। समिति ने अप्रैल के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, लेकिन मंत्रालय ने अभी तक अपने निष्कर्षों को सार्वजनिक नहीं किया है।

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Apr 24 2023, 09:59

36 दिन बाद पुलिस की पकड़ में आया भगोड़ा अमृतपाल, जानिए किन-किन आरोपों के कारण एनएसए के तहत हुई कार्रवाई

#amritpalsingharrestnsainvoke

फरार कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को 36 दिन बाद पंजाब के मोगा जिले के रोडे गांव से रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाले का पैतृक गांव है। अमृतपाल को विशेष विमान से असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में भेज दिया गया। इस दौरान पुलिस ने कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया था। अमृतपाल के खिलाफ 18 मार्च को सर्च ऑपरेशन चलाया गया। उसके बाद से वह कई बार पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ। इधर पुलिस ने एक-एक करके उसके सारे सहयोगियों को अरेस्ट कर लिया और आखिरकार रविवार सुबह अमृतपाल भी हाथ आ गया।

गिरफ्तारी के बाद कट्टरपंथी के समर्थकों ने दावा किया कि अमृतपाल ने आत्मसमर्पण किया है। पंजाब पुलिस के आईजी (हेडक्वॉर्टर्स) सुखचैन सिंह गिल ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि अमृतपाल रोडे गांव के एक गुरुद्वारे में था। सूचना मिलते ही पुलिस ने गांव और गुरुद्वारे की घेराबंदी की। सादे कपड़ों में पुलिस अधिकारी गुरुद्वारे के भीतर गए। अमृतपाल वहां अरदास की मुद्रा में बैठा था। पुलिस के दबाव पर अमृतपाल गुरुद्वारे से बाहर आया और उसे गिरफ्तार किया गया।

जरनैल सिंह भिंडरांवाले का गांव से गिरफ्तार हुआ अमृतरपाल

अमृतपाल को जहां से गिरफ्तार किया गया, वह ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए खालिस्तान समर्थक जरनैल सिंह भिंडरांवाले का गांव है। रोडे गांव के गुरुद्वारे में पिछले साल सितंबर में दुबई से लौटने पर अमृतपाल को 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया बनाया गया था। पुलिस ने बीते 18 मार्च को अजनाला थाने पर हुए हमले के मामले में कार्रवाई शुरू की तो अमृतपाल अपने साथियों के साथ फरार हो गया। उस कार्रवाई में पुलिस ने अमृतपाल के साथियों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अमृतपाल भाग गया। बीते 36 दिन फरार रहे अमृतपाल को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और नेपाल की सीमा के निकट देखा गया, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया।

एनएसए लगाने की मुख्य वजह

गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अमृतपाल पर गंभीर आरोप हैं। अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाने की सबसे प्रमुख वजह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ उसके रिश्ते बने। आरोप है कि अमृतपाल सिंह आईएसआई के साथ मिलकर पंजाब के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करना चाहता था। अजनाला थाने पर हमला बोलना हो या फिर दिसम्बर 2022 में कपूरथला और जालंधर में गुरुद्वारों की तोड़फोड़ में उसकी भूमिका से ये साबित हो चुका था। यही बातें उसके ऊपर एनएसए लगाने की मुख्य वजह बनीं।

अब आईबी और रॉ अमृतपाल से पूछताछ करेंगे। आईएसआई के संपर्क में ये कब आया या भारत के खिलाफ इसकी क्या योजना थी? इस सब गंभीर सवालों का उसे जवाब देना होगा।

पूरे पंजाब में हाई अलर्ट

इस बीच, पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संवेदनशील शहरों में फ्लैग मार्च निकाले गए। पुलिस ने कहा है कि पंजाब पुलिस ने नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह किया है। पुलिस ने कहा कि कोई भी फर्जी खबर साझा न करें, हमेशा सत्यापित करें और उसके बाद ही कोई खबर शेयर करे।

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Apr 23 2023, 21:23

बार काउंसिल ऑफ इंडिया' ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का किया विरोध, पारित किया प्रस्ताव

डेस्क: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का विरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपने प्रस्ताव में कहा है, 'ज्वाइंट मीटिंग की एकमत राय है कि समलैंगिक विवाह के मुद्दे की संवेदनशीलता को देखते हुए और विविध सामाजिक-धार्मिक पृष्ठभूमि के हितधारकों के एक स्पेक्ट्रम को ध्यान में रखते हुए, यह सलाह दी जाती है कि यह सक्षम विधायिका द्वारा विभिन्न सामाजिक, धार्मिक समूहों को शामिल करते हुए एक विस्तृत परामर्श प्रक्रिया के बाद निपटाया जाए।'

इस मामले में बार काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली के अध्यक्ष और एडवोकेट मनन कुमार मिश्रा ने कहा, 'बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सभी प्रतिनिधियों का मानना था कि भारत जैसे देश में समलैंगिक विवाह को हम मान्यता नहीं दे सकते। इससे हमारे देश की मूलभूत संरचना पर बुरा असर पड़ेगा। हम सुप्रीम कोर्ट में IA(अंतर्वर्ती आवेदन) फाइल करेंगे और इसका विरोध करेंगे।'

 

बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग संबंधी याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई होनी है लेकिन शुक्रवार देर रात एक बयान जारी कर ये बात कही गई थी कि जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एस. रविंद्र भट उपलब्ध नहीं है, जिसकी वजह से सुनवाई नहीं हो सकेगी। सुनवाई वाली पीठ में इन दोनों जस्टिस के अलावा डीवाई चंद्रचूड़, हिमा कोहली और पीएस नरसिम्हा भी शामिल हैं।

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Apr 23 2023, 21:21

हफ्ते भर की जंग में तबाह हो गया सूडान, 400 लोगों की मौत, हजारों लोग बेघर, संघर्ष अब भी जारी, कई शहर पूरी तरह से बर्बाद

सूडान पिछले एक हफ्ते से जल रहा है। सूडान में 15 अप्रैल से सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी खार्तूम सहित सूडान के कई शहर तबाह हो चुके हैं।

सूडान में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बावजूद इसके जंग अभी जारी है।

सूडान में सेना प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह अल बुरहान और आरएसएफ के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के बीच वर्चस्व की जंग जारी है। सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जंग कौन जीतेगा, इस बात को लेकर भी चर्चा होने लगी है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अल-बुरहान की सेना आरएसएफ की तुलना में अधिक मजबूत है। ऐसे में अर्धसैनिक बलों के जीत की संभावना कम लगती है। हालांकि शहरी क्षेत्रों में अर्धसैनिक बल के जवान सेना पर हावी रहेंगे।

पड़ोसी देशों के लिए भी खतरा

अलजजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, जारी हिंसा की चपेट में और कई मुख्य शहर जल्दी ही आ सकते हैं। मालूम हो कि यह हिंसक झड़प सूडान की राजधानी खार्तूम से शुरू हुई थी लेकिन अब इस जंग ने ओमडुरमैन और दारफुर समेत कई शहरों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप का कहना है कि सेना और अद्धसैनिक बलों के बीच जारी यह हिंसा एक युद्ध का रूप ले रही है। आगे चल कर इस युद्ध का प्रभाव पड़ोसी देशों पर भी पड़ सकता है ऐसे में भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

सूडान से बाहर आ सकती है लड़ाई

वाशिंगटन स्थित सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के कैमरून हडसन का कहना है कि हिंसा सूडान की सीमाओं के पार बढ़ सकती है। हडसन कहते हैं कि चुनौती यह है कि संघर्ष देश के हर कोने में फैला हुआ है। ऐसे में यह लड़ाई सूडान के बाहर आती है तो इसमें किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।

मालूम हों कि जारी हिंसा के बीच खार्तूम में कई अस्पताल बंद हो गए हैं। इस हिंसा के बीच भारत के भी कई लोग सूडान के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं। यौन शोषण, बलात्कार जैसी घटनाएं यहां काफी बढ़ गई है। बताते चलें कि सूडान में अक्तूबर 2021 में नागरिकों और सेना की संयुक्त सरकार का तख्तापलट हुआ था। जिसके बाद से ही सेना और अर्धसैनिक बल आमने-सामने हैं।

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Apr 23 2023, 21:20

पढ़िए, अजीबोगरीब घटना, विमान से आया 1 अरब 23 करोड़ रुपये का सोना, कनाडा के टोरंटो पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरते ही गायब

एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चोरी की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां सोने (Gold) से भरा का एक बड़ा कंटेनर गायब हो गया। इस कंटेनर में 1 अरब 23 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का सोना था।

मामले को लेकर एक जांच अधिकारी ने बताया कि कार्गो में सोना आया था। लेकिन टर्मिनल से ही गायब हो गया, जिसका खुलासा अनलोडिंग के वक्त हुआ।

'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना कनाडा के टोरंटो पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट की है। इसको लेकर इंस्पेक्टर स्टीफन डुइवेस्टिन ने बताया कि पियर्सन एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल को सोने से भरा एक कंटेनर आया था। लेकिन जब इसे अनलोड करने की बारी आई, तो ये गायब था.

इंस्पेक्टर स्टीफन ने कहा कि कंटेनर के एयरपोर्ट पर आने तक इसे देखा गया था। लेकिन जब प्लेन को अनलोड किया गया, तब अचानक इसके मिसिंग होने की खबर आई। इसे कब और किसने गायब किया, पता नहीं चल सका. फिलहाल, जांच जारी है। स्टीफन ने यह नहीं बताया कि सोना कहां से आया था और कहां के लिए जा रहा था।

'टोरंटो सन' ने बताया कि हो सकता है सोने को उत्तरी ओंटारियो की एक खदान से बैंकों के लिए टोरंटो भेजा गया हो। इस चोरी के पीछे संगठित आपराधिक गिरोह हो सकते हैं। चोरी की ऐसी वारदात पहले कभी नहीं देखी गई। हालांकि, स्थानीय प्रशासन द्वारा इस घटना को विमान यात्रियों की सुरक्षा से जोड़कर नहीं देखने की बात कही गई है।

जब ब्राजील में हुई थी सोने की चोरी

चोरी की ऐसी ही एक घटना 2019 में ब्राजील से सामने आई थी। तब साओ पाउलो शहर के ग्वारुलहोस एयरपोर्ट में आठ हथियारबंद बदमाशों ने पुलिस अधिकारियों के भेष में एंटर किया था और करीब 2 अरब रुपये का सोना लूटकर फरार हो गए थे। इस सोने को अमेरिका के न्यूयॉर्क और स्विट्ज़रलैंड के ज्यूरिख भेजा जाना था।

पूरी वारदात को महज 3 मिनट में अंजाम दिया गया था। बदमाश दो नकली पुलिस वैन में सवार होकर आए थे। उन्होंने एयरपोर्ट के गार्डों को बंधक बनाकर सोना चुराया था, वो भी बिना गोली चलाए।

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Apr 23 2023, 21:19

15 को नहीं तो 16 को अतीक अहमद को मारते', तीनों शूटर लाइव रिपोर्टिंग के जरिए ले रहे थे पल-पल का अपडेट

माफिया ब्रदर्स अतीक अहमद और अशरफ अब इस दुनिया में नहीं हैं। इसी महीने की 15 तारिख को तीन बदमाशों ने दोनों की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। बदमाशों ने पूरी प्लानिंग के तहत घटना को अंजाम दिया। अब इस हत्याकांड में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हत्या से करीब 2:30 घंटे पहले तीनों बदमाश, जिस होटल में रुके थे वहां से निकल चुके थे।

बताया जा रहा है कि सबसे पहले शूटर लवलेश होटल से निकला। इसके बाद सनी और अरुण निकले। तीनों ई रिक्शा से कॉल्विन हॉस्पिटल पहुंचे थे। बदमाश अतीक और अशरफ की हर हाल में हत्या करना चाहते थे। अगर 15 तारीख को हत्या नहीं कर पाते तो वह 16 को दोबारा मर्डर की कोशिश करते। मीडिया अतीक और असद की लाइव रिपोर्टिंग कर रही थी। टीवी पर खबरें चल रही थीं। इसी के जरिए तीन बदमाश अतीक और अशरफ के एक-एक मूवमेंट पर नजर रखे हुए थे।

इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड सनी बताया जा रहा है। हालांकि, अन्य दो बदमाश लवलेश और अरुण सनी को पहले से नहीं जानते थे। वह किसी दूसरे के माध्यम से सनी तक पहुंचे थे। पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि तीनों बड़ा बदमाश बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या की। पुलिस की टीम ने तीनों से पूछताछ की है।

पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, तीनों बदमाश मीडियाकर्मी बनकर वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे। पत्रकार अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। तभी तीनों ने अचानक ही पिस्टल से दोनों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस हमले में अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई। जिस समय यह घटना हुई। उस समय काफी संख्या में अतीक और अशरफ की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की तैनाती थी। इस हत्याकांड को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसी साल फरवरी में 24 तारीख को राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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Apr 23 2023, 20:28

बीजेपी संगठन में बड़ा फेरबदल, राजीव बिंदल बने हिमाचल के नए प्रदेश अध्यक्ष

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हिमाचल प्रदेश में बड़ा फेरबदल करते हुए डॉ. राजीव बिंदल को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही भाजपा आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष के बाद संगठन में दूसरे सबसे ताकतवर माने जाने वाले प्रदेश संगठन महासचिव को भी बदल दिया है। पार्टी ने सिद्धार्थन को हिमाचल प्रदेश भाजपा का नया प्रदेश महामंत्री (संगठन) नियुक्त किया है।

इसकी जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने दी है। अरुण सिंह ने पत्र जारी करते हुए लिखा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने डॉ. राजीव बिंदल को हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।

बता दें कि इससे पहले भी डॉ. राजीव बिंदल राज्य के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके है। हाल ही में सुरेश कश्यप ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से यह पद खाली था। भाजपा की विधानसभा चुनाव में हार के चार महीने बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है।

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Apr 23 2023, 19:39

अतीक-अशरफ हत्याकांड में हुए कई बड़े खुलासे, ई-रिक्शा से वारदात को अंजाम देने आए थे शूटर

डेस्क: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस हत्याकांड में तीन ही शूटर शामिल हैं, जांच में किसी चौथे शख्स का नाम सामने नहीं आया है। आरोपी सन्नी को दिल्ली में जिगाना पिस्टल गोगी गैंग के लोगों ने दी थी। सन्नी को दिल्ली-एनसीआर में कोर्ट में किसी गैंगस्टर को मारने का टास्क दिया गया था, लेकिन ये काम पूरा नहीं हुआ, लिहाजा पिस्टल सन्नी के पास ही थी।

अतीक को मारने ई-रिक्शा से आए थे हमलावर

अतीक हत्याकांड के दिन तीनों शूटर ई- रिक्शा से अस्पताल पहुंचे थे और हत्याकांड को अंजाम दिया था। 13 अप्रैल को अतीक-अशरफ की CJM कोर्ट में पेशी के दौरान भी तीनों शूटर कोर्ट तक आए थे लेकिन भीड़-भाड़ होने की वजह से वो बाहर ही रहे और पूरी रेकी की। तीनों शूटरों ने बताया कि वो बड़ा माफिया और बड़ा गैंगस्टर बनना चाहते हैं, इसलिए अतीक और अशरफ को मारा।

अतीक और अशरफ की हत्या का मास्टरमाइंड सन्नी है। उसी ने लवलेश तिवारी और अरुण को तैयार किया था। 15 अप्रैल को होटल से शाम 7:30 बजे सबसे लवलेश तिवारी निकला था, उसके बाद दोनों शूटर निकले थे। तीनों शूटर मीडिया के जरिए अतीक और अशरफ की पल-पल की खबर ले रहे थे। अतीक और अशरफ को अस्पताल में ही मारने का प्लान तय था। अगर ये लोग 15 अप्रैल को इस वारदात को अंजाम नहीं दे पाते तो 16 या 17 अप्रैल को अंजाम देते।